लोगों के साथ अक्सर ऐसा होता है कि अचानक पैसों की जरूरत पड़ती है, लेकिन जब बैंक लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो सिबिल स्कोर (CIBIL Score) की वजह से समस्या हो जाती है। अगर आपका सिबिल स्कोर नहीं है या बहुत कम है, तो क्या आपको लोन मिल सकता है?
इसका जवाब है “हाँ!” बिना सिबिल स्कोर के भी लोन पाना संभव है। इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि नो-सिबिल स्कोर लोन कैसे लें और किन तरीकों से यह प्रक्रिया आसान बनाई जा सकती है।
सिबिल (CIBIL) स्कोर क्या होता है?
CIBIL स्कोर एक 3-अंकों का नंबर है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री को दर्शाता है। यह स्कोर आपके पुराने लोन, क्रेडिट कार्ड पेमेंट और फाइनेंशियल बिहेवियर पर आधारित होता है। सिबिल स्कोर लोन अप्रूवल में मदद करता है, लेकिन यह एकमात्र तरीका नहीं है।
साधारण रुप से 750 से ऊपर का स्कोर अच्छा माना जाता है, जिससे लोन आसानी से मिल जाता है। और 600 से कम स्कोर होने पर अक्सर लोन पाने में मुश्किलें आती हैं।
लेकिन अगर आपने कभी लोन या क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल नहीं किया है, तो आपका सिबिल स्कोर नहीं होता, जिसे “No History” (NH) कहते हैं।
पढ़िए: PM Mudra Yojana Loan
बिना सिबिल स्कोर के लोन पाने के 5 तरीके
1. गारंटर के साथ लोन अप्लाई करें
अगर आपका सिबिल स्कोर नहीं है, तो आप गारंटर के साथ लोन अप्लाई कर सकते हैं। गारंटर वह व्यक्ति होता है, जिसकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी होती है और जो आपके लोन के लिए गारंटी देता है।
गारंटर कोई भी हो सकता है: माता-पिता, पति/पत्नी, भाई-बहन या करीबी रिश्तेदार।
ध्यान रखें कि अगर आप लोन नहीं चुका पाए तो गारंटर को लोन चुकाना पड़ेगा।
2. छोटे अमाउंट का लोन लें
अगर आप पहली बार लोन ले रहे हैं, तो छोटे अमाउंट का लोन लें।
छोटे लोन से आप यह दिखा सकते हैं कि आप समय पर ईएमआई(EMI) चुका सकते हैं।
छोटे लोन चुकाने के बाद आपका सिबिल स्कोर बनना शुरू हो जाएगा, जिससे भविष्य में बड़े लोन लेना आसान हो जाएगा।
3. इनकम प्रूफ दें
जब आपका सिबिल स्कोर नहीं है, तो बैंक आपकी इनकम स्टेटमेंट देखकर यह तय करते हैं कि आप लोन चुकाने में सक्षम हैं या नहीं।
आप सैलरी स्लिप, बैंक स्टेटमेंट और आईटी रिटर्न जैसे दस्तावेज़ जमा कर सकते है।
आपको यह दिखाना होता कि आपकी इनकम स्थिर है और आप लोन चुकाने में सक्षम हैं।
4. कोलैटरल बेस्ड लोन लें
कोलैटरल बेस्ड लोन का मतलब है कि आप कोई संपत्ति या गारंटी के तौर पर कुछ बैंक के पास जमा रखते हैं।
- गोल्ड लोन: अगर आपके पास सोना है, तो गोल्ड लोन लेना आसान है।
- फिक्स्ड डिपॉजिट: अगर आपने फिक्स्ड डिपॉजिट की है, तो उसके आधार पर भी लोन ले सकते हैं।
कोलैटरल के कारण बैंक का जोखिम कम हो जाता है, जिससे आपका लोन सफलता से पास होने की संभावना बढ़ जाती है।
5. क्रेडिट इनएक्टिविटी का कारण समझाएं
अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री नहीं है, तो बैंक को इसके पीछे की वजह बताएं।
NH (No History) का मतलब यह नहीं है कि आप खराब क्रेडिट वाले व्यक्ति हैं। अपनी वित्तीय स्थिरता, बचत करने की आदत और अपने पिछले अनुभव साझा करें।
ईमानदारी से बात कर के आपको बैंक को आपने ऊपर पर भरोसा दिलाना होगा।
पढ़िए: टॉप 5 सरकारी ऐप
क्या भारत में बिना सिबिल स्कोर के छोटे लोन लेना संभव है?
हां, बिना सिबिल स्कोर के छोटे लोन पाना आसान है। अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो ऊपर दिए गए विकल्पों को अपनाकर लोन पा सकते हैं। आप गारंटर के साथ लोन ले सकते है, जिसके लिए गारंटर की क्रेडिट हिस्ट्री महत्वपूर्ण होती है।
कोशिश करिये छोटे अमाउंट का लोन ले। कभी-कभी कम रिस्क होने की वजह से बैंक इसे अप्रूव कर देते हैं।
आप कोलैटरल के आधार पर भी लोन ले सकते है। इसमे आप गोल्ड या संपत्ति गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। अगर आपके इनकम डॉक्यूमेंट तो यह आपके लिए अच्छा हो सकता है, यह सुनिश्चित करते हैं कि आप लोन चुकाने में सक्षम हैं।
अगर आपका सिबिल स्कोर नहीं है या बहुत कम है, तो निराश होने की जरूरत नहीं है। सही प्लानिंग और दस्तावेज़ों के साथ आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं।
गारंटर, छोटे लोन, इनकम प्रूफ और कोलैटरल जैसे विकल्पों का इस्तेमाल करें। समय पर लोन चुकाएं और धीरे-धीरे अपना सिबिल स्कोर बनाएं।
ज़रूरी है कि आप अपनी फाइनेंशियल आदतों को सही रखें, ताकि भविष्य में आपको लोन लेने में कोई परेशानी न हो।
पढ़िए: बिना गारंटी कृषि लोन की सीमा बढ़ी!
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
हां, गारंटर, इनकम प्रूफ, या कोलैटरल के जरिए पर्सनल लोन लिया जा सकता है।
माता-पिता, पति/पत्नी, भाई-बहन, या कोई भी ऐसा व्यक्ति जिसकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी हो।
गोल्ड को बैंक में गिरवी रखकर आप तुरंत लोन ले सकते हैं, क्योंकि गोल्ड बैंक के लिए एक सुरक्षित गारंटी है।
NH का मतलब है कि आपने पहले कभी लोन या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल नहीं किया।
हां, छोटे लोन चुकाने से आपका सिबिल स्कोर बनना शुरू हो जाता है।